ईमान बदलते हैं, इंसान बदलते हैं,
है वक़्त का तहकाजा, सुल्तान बदलते हैं,
मौका परस्त दुनिया, मौका परस्त नेता,
जब वक़्त बदलता है, पैगाम बदलते हैं,
ऊँचाइयों की खातिर, मुकाम बदलते हैं,
दौलत की है ये दुनिया, इनाम बदलते हैं,
इंसान की क्या फ़ितरत, शैतान बदलते हैं,
ईमान बदलते हैं, इंसान बदलते हैं,
written by : B S Vohra @vohrabs
Tuesday, August 29, 2017
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